धामी सरकार ने वर्ष 2025-26 के बजट की तैयारियां शुरू कर दी। फरवरी के तीसरे हफ्ते तक गैरसैंण में बजट सत्र होने की संभावना है। राज्य का बजट काफी हद तक एक फरवरी को आने वाले केंद्रीय बजट के अनुसार आकार लेगा, लेकिन राज्य के अधिकारियों ने अपने स्तर पर बुनियादी खाका बनाना शुरू कर दिया है।
शुक्रवार शाम सचिवालय में मीडिया से बातचीत में वित्त सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि सभी विभागों से नए बजट के लिए प्रस्ताव लिए जा चुके हैं। उनका अध्ययन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट के प्रावधानों से राज्य को अपना बजट तय करने में काफी सहुलियत होती है।
इससे अंदाजा मिल जाता है कि केंद्र की किन नई योजनाओं में राज्य अधिक से अधिक सहायता ले सकता है। केंद्रीय बजट में आने वाली योजनाओं के आधार पर राज्य के बजट में प्रावधान किए जाते हैं।वर्ष 2024-25 में उत्तराखंड का बजट 89 हजार करोड़ रुपये पारित हुआ था। बाद में सरकार पांच हजार करोड का अनुपूरक बजट भी लाई थी।
40 हजार करोड़ खर्च वित्त सचिव ने बताया कि इस वर्ष बजट में अब तक पूंजीगत मद में छह हजार करेाड़ और राजस्व मद में 34 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। पिछले साल के मुकाबले यह बजट खर्च करीब आठ प्रतिशत तक अधिक है। उन्होंने कहा कि जनवरी से मार्च की तिमाही अपेक्षाकृत अधिक बजट खर्च होता है। इसलिए यह प्रतिशत अभी और बढ़ेगा।