बाजार में स्कूटी हटाने को लेकर दो व्यापारियों में कहासुनी हो गई थी। मामला इतना बढ़ा कि आपस में मारपीट हो गई। इसके बाद विवाद ने सांप्रदायिक रंग ले लिया। जिसके बाद नगर में तोड़फोड़ हुई। मामले में आज चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गौचर में युवक के साथ मारपीट व गाली-गलौच करने वाले चार आरोपियों को कोतवाली कर्णप्रयाग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। स्कूटी पार्किंग करने को लेकर दो युवकों के मध्य विवाद के बाद गाली-गलौज व मारपीट की घटना में कैलाश बिष्ट गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मामले में चौकी गौचर पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराया गया।
इसके बाद पीडि़त की तहरीर के आधार पर कोतवाली कर्णप्रयाग में तत्काल 70-80 लोग एवं अज्ञात महिलाओं के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया। प्रकरण दो समुदायों से जुडा होने के कारण पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के लिए कड़े दिशा-निर्देश दिए गए। कोतवाली कर्णप्रयाग पुलिस ने मामले में चार आरोपी सादाब अहमद निवासी ग्राम राजारामपुर थाना नजीबाबाद ( 21), उस्मान (28), आसीफ (26) और सारीक (26) को गिरफ्तार किया गया। जिन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
मंगलवार सुबह बाजार में स्कूटी हटाने को लेकर दो व्यापारियों में कहासुनी हो गई थी। मामला इतना बढ़ा कि आपस में मारपीट हो गई। इसके बाद विवाद ने सांप्रदायिक रंग ले लिया। जिसके बाद नगर में तोड़फोड़ हुई। बाजार बंद रहे। पुलिस और प्रशासन एक्शन में आया और नगर में धारा 163 लगानी पड़ी। पुलिस ने एक पक्ष की तहरीर पर विशेष समुदाय के तीन नामजद सहित 70 से 80 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।
मंगलवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे रेडीमेड गारमेंट दुकानदार स्थानीय युवक कैलाश ने सड़क किनारे अपनी स्कूटी खड़ी कर रखी थी। बताया जा रहा है कि इस बीच मसाले की ठेली चलाने वाले आसिफ ने कैलाश को स्कूटी हटाने को कहा तो उसने स्कूटी हटाने से मना कर दिया। जिस पर दोनों के बीच विवाद बढ़ने से मामला गरमा गया और कैलाश व आसिफ तथा उसके बेटे सलमान के बीच मारपीट हो गई। घायल दोनों पक्षों को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद समुदाय विशेष के लोग और महिलाएं इकठ्ठा होकर अस्पताल पहुंची और अस्पताल परिसर में कैलाश पर फिर हमला कर दिया। इसके बाद मामले ने तूल पकड़कर सांप्रदायिक रंग ले लिया।
बाजार में तनाव बढ़ने से कुछ दुकानों में शुरू हुई तोड़फोड़ से दुकानदारों ने दुकानें बंद करना शुरू कर दिया और हिंदू संगठनों तथा व्यापारियों ने पूरे बाजार में नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। इसके बाद जमा भीड़ ने पुलिस चौकी पहुंच कर प्रदर्शन किया। जिस पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पूरे बाजार में धारा 163 (धारा 144 की संशोधित) लगा दी थी। इसके बाद पुलिस ने बाजार में मार्च कर हालात को नियंत्रित किया। देर शाम तक दुकानें नहीं खुलीं। फिलहाल तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। गौचर में दो पक्षों के बीच विवाद के बाद हुए बवाल और इसके सांप्रदायिक रंग लेने की घटना को देखते हुए हिंदू संगठनों ने डीएम को ज्ञापन भेजकर समुदाय विशेष के अज्ञात प्रवासियों का सत्यापन किए जाने की मांग की है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के प्रतिनिधियों ने आए दिन हो रही असामाजिक गतिविधियों को देखते हुए ऐसे तत्वों के आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर लिस्ट आदि की जांच किए जाने की मांग प्रमुखता से की है।
मंगलवार को नगर क्षेत्र में बवाल की घटना से अभिभावक दिनभर अपने स्कूली बच्चों के लिए चिंतित रहे। शिक्षण संस्थानों ने भी सतर्कता बरतते हुए अभिभावकों से संपर्क साधकर किसी भी स्कूली बच्चे को उसके अभिभावक के अलावा अन्य रिश्तेदार या परिचित के साथ भेजने की इजाजत नहीं दी। स्कूल प्रबंधन और स्टाफ ने एक दूसरे विद्यालय से घटना की जानकारी साझा करते हुए बच्चों के प्रति सतर्कता बढ़ाने का सौहार्द दिखाया। सांप्रदायिक बवाल की घटना से नगर क्षेत्र में बढ़े तनाव को देखते हुए प्रशासन ने शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस फोर्स के अलावा पीएसी तैनात करने के आदेश जारी कर दिए। प्रशासन ने रुद्रप्रयाग, पौड़ी और अन्य क्षेत्रों से पीएससी बुलाकर करीब चार सौ से अधिक जवानों को तैनात करने के आदेश दिए हैं।