राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के सरकार लाख दावे करे लेकिन पहाड़ों पर हालत जस के तस बने हुए हैं. जी हाँ उत्तरकाशी जिले के नौगांव विकासखडं हिमरोल ग्राम सभा में बुधवार सुबह एक महिला ने पैदल रास्ते मे बच्चे को जन्म दे दिया. हिमरोल गांव, कुंवा – कफनौल मोटर मार्ग पर है और हिमरोल गांव सड़क मार्ग से एक किलोमीटर दूर है . बुधवार सुबह हिमरोल गाँव की एक महिला को अचानक प्रसव पीड़ा हुई तो परिजन महिला को स्वास्थ्य केन्द्र नोगावँ ले जाने के लिए 1 किलोमीटर दूर सड़क मार्ग तक पहुंचने के लिए पैदल जा रहे थे कि महिला ने बच्चे को पैदल रास्ते मे ही जन्म दे दिया. हाल ही में नौगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाओं के आभाव के कारण एक महिला की प्रसव के दौरान मौत हो गई थी
हिमरोल के ग्रमीणों का कहना कि उनके गांव में सड़क न होने के कारण ग्रमीणों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
इधर इस ममले पर सरकार के शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक से ये सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह प्रदेश ज़्यादातर इलाक़ों में सड़क जा चुकी है लेकिन कई ऐसे इलाक़े हैं जहां सड़क नहीं जा पाई है.. इस मामले में DM उत्तरकाशी को रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है जिसमें सड़क क्यू स्वीकृत नहीं हो पाई इस बारे में जानकारी ली जाएगी.
ग्रमीणों का ये भी कहना है कि हमारे गावं में सड़क जिला योजना से स्वीकृत थी लेकिन कुछ विवाद और समस्याओं के कारण सड़क निर्माण नहीं हो सका. आजकल लॉक डॉउन काल मे स्वयं के संसाधनों से ग्रमीणों ने दुपहिया वाहनों के लिए लगभग आधा किलोमीटर सड़क बना ली थी लेकिन बरसात के कारण यह सड़क खराब हो गई. फिलहाल जच्चा,-बच्चा दोनों स्वस्थ है लेकिन आज के समय में गर्भवती महिला का पैदल रास्ते में जन्म देना सरकार के दावों की पोल खोल रहा है.