उत्तराखंड के चमोली जिले के रैणी गांव में रविवार को ग्लेशियर फटने से धौली गंगा नदी में बाढ़ आ गई। इससे चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात की। उन्होंने राज्य को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है। साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं को मदद करने के लिए कहा।
सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव का कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा अबतक तीन लोगों के शव बरामद हो चुके हैं और 100-150 लोगों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है। मुख्यमंत्री ने लोगों से पुराने वीडियो शेयर न करने और धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने मदद के लिए एक मोबाइल नंबर भी जारी किया है।फिलहाल बाढ़ का खतरा टलाः डीजीपी। उत्तराखंड में त्रासदी की घटना के बीच राहत भरी खबर आ रही है। राज्य के डीजीपी ने जानकारी दी है कि बाढ़ का खतरा फिलहाल टल गया है। उन्होंने कहा कि श्रीनगर से नदी का बहाव सामान्य हो गया है। वहीं देवप्रयाग और निचले इलाकों में भी खतरा टल गया है। जबकि बचाव दल ने तपोवन डेम में फंसे 16 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। गाजियाबाद से एनडीआरएफ की दो टीम रवाना गाजियाबाद से एनडीआरएफ की दो टीम उत्तराखंड के लिए रवाना हो चुकी है। राहत काम तेज कर दी गई है।रेनी गांव के पास आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित।
आईटीबीपी के डीजी के अनुसार रेनी गांव के पास पुल के ढहने के कारण कुछ सीमा पर आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है अब तक 10 लोगों के शव बरामद आईटीबीपी के डीजी एसएस देसवाल ने जानकारी देते हुए बताया है कि काम वाले जगह पर 100 से अधिक मजदूर मौजूद थे। जिनमें से 10 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। सर्च ऑपरेशन जारी है। 250 से अधिक आईटीबीपी के जवान मौजूद हैं। सीमा सड़क संगठन का पुल बहा
जोशीमठ क्षेत्र से आगे मलारी के पास एक सीमा सड़क संगठन का पुल बाढ़ से बह गया है।
महानिदेशक बीआरओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने अधिकारियों को जल्द से जल्द इसे बहाल करने का निर्देश दिया है। आवश्यक दुकानों और कर्मियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने जताया दुख
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि जोशीमठ, उत्तराखंड के पास ग्लेशियर के फटने की घटना से बहुत चिंतित हूं। लोगों की सुरक्षा के लिए कामना करता हूं। मुझे विश्वास है कि राहत टीम जल्द से जल्द इस मुसीबत से पार पा लेंगे।