मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा करोड़ों लोगों के लिए गेमचेंजर साबित हुई है प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY)
देहरादून। मोदी सरकार की सबसे बड़ी योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY) को आज 6 साल पूरे हो गए हैं. 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 15 अगस्त 2014 को जनधन योजना को लॉन्च किया था. जिसका मकसद लोगों के बैंक खाते खुलवाना था. आज जब इसके 6 साल पूरे हुए तो पीएम मोदी ने ट्वीट (tweet) कर लोगों को बधाई दी।
वहीं इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि प्रधानमंत्री जनधन योजना से गरीबों के जीवन में काफी सुधार हुआ है। सरकार द्वारा भेजी गई धनराशि सीधे गरीब व्यक्ति के खाते में पहुंच रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद की सबसे बडी योजनाओं में से एक, “जन-धन योजना” ने सफलतापूर्वक 06 वर्ष पूरे कर लिये हैं। माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारंभ वित्तीय समावेशन की इस योजना से गरीबों के जीवन में क्रांतिकारी सुधार आया है। उत्तराखण्ड को भी इसका काफी फायदा हुआ है। राज्य में “जन-धन योजना” के कुल लाभार्थियों की संख्या 2645447 है। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों में 1752536 और शहरी क्षेत्रों में 892911 लाभार्थी हैं। राज्य के लाभार्थियों के खाते में कुल बेलेंस ₹1345.42 करोड़ है। मुख्यमंत्री ने गरीबों के उत्थान में सहायक सिद्ध हो रही प्रधानमंत्री जन धन योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। 
मोदी सरकार की सबसे बड़ी योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY) को आज 6 साल पूरे हो गए हैं।2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 15 अगस्त 2014 को जनधन योजना को लॉन्च किया था। जिसका मकसद लोगों के बैंक खाते खुलवाना था। आज जब इसके 6 साल पूरे हुए तो पीएम मोदी ने ट्वीट (tweet) कर लोगों को बधाई दी और इस योजना से जुड़े कुछ तथ्य सभी के सामने रखे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘आज से 6 साल पहले प्रधानमंत्री जनधन योजना को लॉन्च किया गया था, जिसका मकसद लोगों को बैंकिंग सिस्टम (banking system) से जोड़ना था. ये एक गेमचेंजर (game-changer) साबित हुआ, जिसने गरीबी में फंसे लोगों को फायदा पहुंचाने का काम किया.’ पीएम मोदी ने आगे लिखा, ‘प्रधानमंत्री जनधन योजना के कारण करोड़ों परिवारों का भविष्य सुरक्षित हुआ है. इसमें अधिकतर लोग ग्रामीण इलाकों के हैं और महिलाएं हैं. जिन्होंने इस योजना के लिए काम किया है, मैं उनको धन्यवाद करता हूं’.
जनधन योजना कैसे बनी ‘गेमचेंजर’?
1. अगस्त 2020 तक इस योजना के तहत 40.35 करोड़ बैंक खाते खोले जा चुके हैं.
2. कुल बैंक खातों में 55. 2 परसेंट खाते महिलाओं के नाम हैं.
3. जनधन योजना के तहत खुले बैंक खातों में से 64 परसेंट ग्रामीण इलाकों में हैं, बाकी 36 परसेंट शहरों में हैं
4. इसमें जीरो बैलेंस के जरिए खाता खोला जा सकता है.
5. इस योजना के तहत 2 लाख का दुर्घटना बीमा मिलता है, जो बिल्कुल फ्री होता है
6. जनधन खातों में अब डेबिट कार्ड मिलने की सुविधा भी है
आपको बता दें कि PM Garib Kalyan Yojana के तहत सरकार अप्रैल-जून 2020 के दौरान महिलाओं के खातों में 30,705 करोड़ रुपये जमा कराए गए. ये वो समय है जब कोरोना संकट की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन लगा था. जन धन योजना के तहत 8 करोड़ लोगों को मोदी सरकार कई स्कीम का पैसा डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के जरिए पहुंचाती
