छह मई से शुरू हो रही केदारनाथ यात्रा की मॉनीटरिंग इस बार सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय से होगी। खुद प्रधानमंत्री अपने कार्यालय से यात्रा का लाइव प्रसारण देखेंगे। मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और जिलाधिकारी भी अपने कार्यालय से यात्रा व्यवस्थाओं का आंखों देखा हाल जान सकेंगे।
केदारनाथ से रुद्रप्रयाग और देहरादून से पीएमओ को इंटीग्रेटेड नेटवर्क से लिंक किया जा रहा है। यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री कार्यालय से केदारनाथ यात्रा को लाइव देखा जाएगा।
इस बार बाबा केदार की यात्रा को स्वयं पीएम मोदी अपने कार्यालय से देखेंगे। यात्रा के लाइव प्रसारण और मॉनीटरिंग के लिए स्वान और एनआईसी ने केदारनाथ से सोनप्रयाग के बीच 10 हाई फ्रीक्वेंसी आईपी कैमरा लगाए हैं। इन कैमरा के जरिये पूरे केदारनाथ सहित 17 किमी पैदल रास्ते के हर हिस्से पर नजर रखी जाएगी। सोनप्रयाग से रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी कार्यालय को रेडियो फ्रीक्वेंसी से लिंक किया गया है।
डीएम कार्यालय और यात्रा कंट्रोल रूम में लगी एलईडी के माध्यम से केदारनाथ यात्रा पर नजर रखी जा सकेगी। वहीं, जिला कार्यालय रुद्रप्रयाग से सचिवालय को इंटीग्रेटेड नेटवर्क और पीएमओ कार्यालय को एनआईसी इंटीग्रेड से लिंक कर यात्रा को लाइव देखा जा सकेगा। वहीं, यात्रा मार्ग पर व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों के साथ वीडियो व ऑडियो कॉलिंग से संवाद होगा।
केदारनाथ पुनर्निर्माण के तहत हो रहे कार्यों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ड्रोन कैमरा के जरिये लाइव निरीक्षण कर चुके हैं। वर्ष 2018 और 2019 में मोदी ने ड्रोन कैमरे के जरिये शंकराचार्य समाधिस्थल, सरस्वती नदी पर निर्मित आस्था पथ और मंदिर परिसर के विस्तार कार्यों का ड्रोन कैमरा से निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्य सचिव उत्पल कुमार से बातचीत करते हुए कार्यों के बारे में जानकारी ली थी।
केदारनाथ यात्रा को पीएमओ कार्यालय से भी लाइव देखा जा सकेगा। इसके लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर दी गई हैं। आईपी कैमरा चिह्नित स्थानों पर स्थापित कर दिए गए हैं। साथ ही सोनप्रयाग से रुद्रप्रयाग, देहरादून और पीएमओ कार्यालय को लिंक करने की प्रक्रिया चल रही है।