टिहरी: वर्ष 2023 को विश्व स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। आज मोटे अनाज का प्रचलन बढ़ रहा है। मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए गुणकारी है। इसलिए हमें झिझक छोड़कर अपने होटल और होमस्टे में मोटे अनाजों से बने भोजन को भी परोसना चाहिए।
उक्त बात प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने अपने जनपद भ्रमण के चौथे दिन शनिवार को एशिया के पहले होम स्टे हब तिवाडगांव मरोड में गढ़वाल होम स्टे का शुभारम्भ करने साथ ही उत्तरायणी भगीरथी विकास समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होने तिवाड गांव मरोड को *पर्यटन ग्राम घोषित* करते हुए कहा कि जैसे पंजाब में मक्के की रोटी और सरसों का साग बडा प्रसिद्ध है, ऐसे ही हम चाहते हैं कि हमारी कंडली की भुज्जी और मडुवे की रोटी को भी प्रसिद्धि मिले।
महाराज ने कहा कि यदि हमारे होम स्टे और होटल चौसू, बाड़ी, फाणू, पहाडी रायते के साथ-साथ वेस्टर्न फूड को भी परोसेगें तो निश्चित रूप से लोग हमारे उत्तराखंड की ओर आकर्षित होंगे और हमारे होमस्टे नंबर वन बन जाएंगे। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उन्हें इस बात की प्रसन्नता है कि पर्यटन विभाग द्वारा तिवाड़गांव में कुल 15 होमस्टे पंजीकृत किए गए हैं। इसमें से 10 को होमस्टे योजना के तहत राज सहायता दी गई है जबकि 5 को राज सहायता के भुगतान की कार्यवाही चल रही है। उन्होंने कहा कि उत्तरायणी भागीरथी विकास समिति तिवाड गांव को तिवाड गांव के खाले में पर्यटन विभाग द्वारा इंजन रहित जलयानों के संचालन की भी अनुमति दे दी गई है।
