डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है. बीते साल सरकारी आंकड़ों के अनुसार राजधानी देहरादून में 1201 डेंगू के मामले मिले थे, जो कहीं ज्यादा थी, इस बार स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों से निपटने के लिए अपनी तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है.देहरादून के स्वास्थ्य विभाग सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को 10 प्रतिशत बेड रिजर्व करने को कहा है. जिससे डेंगू रोगियों को समय पर बेहतर इलाज मिल सके. मानसून के सीजन में मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगता है. रुके हुए पानी में डेंगू लार्वा भी पनपने का खतरा बना रहता है. देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजय जैन ने बताया राहत की बात है कि अभी तक देहरादून में डेंगू का कोई मरीज रिपोर्ट नहीं हुआ है.उन्होंने बताया बरसात के मौसम में डेंगू के खतरे को देखते हुए सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को 10% बेड रिजर्व के दिशा निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने कहा स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू मलेरिया की रोकथाम को लेकर देहरादून में 100 वार्डों का माइक्रो प्लान तैयार किया है. जिसके तहत 1 जुलाई से आशा कार्यकर्ता और नगर निगम की टीमें घर घर जाकर डेंगू के प्रति लोगों जागरूक कर रही हैं. अब तक 83397 घरों में जाकर जन जागरूकता अभियान चलाया जा चुका है. स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने अब तक 2 लाख 30 हजार 559 कंटेनरों को सर्च किया है. इनमें से 339 कंटेनरों में डेंगू लार्वा पाया गया है. सीएमओ डॉक्टर संजय जैन ने बताया सभी प्राइवेट अस्पतालों को डेंगू पॉजिटिव मिलने पर इसकी जानकारी सीएमओ कार्यालय को देने के लिए निर्देशित किया गया है.