कांग्रेस अध्यक्ष पद से पार्टी आलाकमान ने प्रीतम सिंह को हटा दिया है और उनकी जगह गणेश गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया है लेकिन इन सबके बीच प्रदेश अध्यक्ष पद से हटने के कुछ घंटे पहले प्रीतम सिंह द्वारा लिए गए एक फैसले पर सवाल खड़े हो रहे हैं जी हां गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने से पहले उन्होंने कांग्रेस के कई नेताओं को प्रदेश प्रदेश महामंत्री ,सचिव, उपाध्यक्ष जैसी जिम्मेदारी सौंप दी बताया जा रहा है कि लगभग 30 -40 नेताओं को यह पद बांटे गए हैं
ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि जब अंदर खाने उन्हें हटाए जाने की सुख-बुगाहट थी तो फिर कांग्रेस के नेताओं को क्यों पदों को बांटा जबकि अब अपनी कार्यकारिणी बनाने की जिम्मेदारी नए अध्यक्ष की है कोई ये नहीं मान सकता की प्रीतम सिंह को इस बात की
जानकारी नहीं थी कि उन्हें शाम तक हटा दिया जाएगा ऐसे में केवल नेताओ को खुश करने के लिए उन्हें पद बाटना कहा तक जायज है माना अगला अध्यक्ष जब तक अपनी टीम घोषित न कर दे वो आपकी टीम से काम ले सकता है लेकिन इस बात की उम्मीद कम है कि हरीश रावत प्रीतम सिंह की बनाई टीम के साथ चुनाव में जाना पसंद करेंगे उम्मीद है कि जल्द गणेश गोदियाल अपनी नई कार्यकारिणी घोषित कर सकते हैं तो फिर आज नेताओ को पद देना सवाल जरूर है खड़ा कर जाता है ।
हालांकि कांग्रेस नेताओं को उम्मीद है क्योंकि चुनाव सामने हैं इसलिए अभी प्रीतम सिंह की टीम से ही पार्टी और पार्टी अध्यक्ष काम चलाएंगे लेकिन उम्मीद टूट भी सकती है क्योंकि जिन्होंने अध्यक्ष बदल दिया उन्हें कार्यकारिणी बदलने में कितना समय लगेगा।