उत्त्तराखण्ड कांग्रेस के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा ने अपनी पहली पत्रकार वार्ता में एक बड़े घोटाले के पर्दाफाश का दावा किया है। बुधवार की दोपहर स्थानीय होटल में आहूत प्रेस वार्ता में करण मेहरा ने कागजात पेश करते हुए कहा कि स्वास्थ महकमे में Boston IVY Healthcare Solution, Mumbai company ने एमआरआई (MRI) मशीन सप्लाई में किया बड़ा घोटाला किया है। उन्होंने कहा कि 3.20 करोड़ की MRI मशीन 9 करोड़ में बेची गई।
उन्होंने कहा कि, तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के कार्यकाल में कुंभ मेले में यह एमआरआई घोटाला हुआ है।
इस कंपनी ने United Imaging Shanghai की चाईनीज MRI मशीनें कुंभ मेला में एवम गवर्मेंट दून मेडिकल कॉलेज, दोनों जगह में 3.20 करोड़ की मशीन 9 9 करोड़ों में बेची गयी।
प्रदेश अध्यक्ष मेहरा ने कहा कि अधिकारियों ने इस चाइनीज कंपनी के साथ मिलकर आंख बंद करके केवल ऐसा कमाने के लिए उत्तराखंड प्रोक्योरमेंट पॉलिसी के सभी नियम कानूनों को तोड़ दिया।
उत्तराखंड प्रोक्योरमेंट पॉलिसी के हिसाब से निविदा में ऑफर की गई मशीन 3 साल से इंडिया में लगी हुई होनी चाहिए एवम अच्छे से काम भी कर रही होनी चाहिए। जिसके लिए निविदा डालने वाली कंपनी को अपने C.A से स्टाप सिग्नेचर करवाकर एक सर्टिफिकेट देना भी अनिवार्य है। हिंदुस्तान में लगे होने की शर्तों के साथ साथ मशीन का खरीदने वाले अधिकारी के ऑफिस में या जहां मशीनें लगी हुई हो उस हॉस्पिटल में फिजिकल डिमॉन्सट्रेशन करना भी अनिवार्य होता है नहीं तो निविदा निरस्त कर दी जाती है।
उस वक्त तक इस चाइनीज कंपनी की हिंदुस्तान में एक भी एमआरआई मशीन नहीं लगी हुई थी फिर भी इसको पास कर दिया उन्होंने कहा कि Phillips ( Regional Manager – Kamal Upreti Mob. 9889333866, Erbis ( Regional Manager Mahesh Sharma-8368543842) आदि कंपनियों ने लगातार निविदा के नियम कानूनों का हवाला देते हुए सचेत करते हुए सभी अधिकारियों को शिकायती पत्र भी लिखे पर करोड़ों रुपए के इस खेल में किसी भी अधिकारी के कान पर जूं भी नहीं रेंगी।
अगर Boston IVY company ने C.A certified पेपर नहीं लगाया तो उसे पास कैसे कर दिया गया एवम अगर पेपर लगाया है तो जब हिंदुस्तान में एक भी installation नहीं थी तो वो पेपर भी कहीं फर्जी तो नहीं लगाया। यह भी जांच का विषय है कि कुंभ मेला टेंडर में फर्जी कागज़ भी लगाए हुए हैं।
