राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (सिडकुल) में निर्माण कार्यों में हुई घपलेबाजी की जांच रिपोर्ट समयाविधि पर न भेजने पर आइजी गढ़वाल रेंज अभिनव कुमार ने नाराजगी जताई है। उन्होंने संबंधित जिलों के अधिकारियों से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है।
आइजी ने बताया कि 18 नवंबर को सिडकुल निर्माण कार्यों में हुई गड़बड़ी की जांच के लिए गठित एसआइटी के अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी। इस दौरान निर्देशित किया गया था कि पांच दिसंबर तक 34 प्रकरणों की जांच रिपोर्ट भिजवा दें। मंगलवार को समीक्षा बैठक के दौरान देखने को मिला कि किसी भी जिले से जांच रिपोर्ट नहीं भेजी गई।
इन जिलों के अधिकारियों से मांगी गई थी रिपोर्ट
आइजी गढ़वाल रेंज की ओर से देहरादून के अलावा हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी व उत्तरकाशी जनपद के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई थी।
2012 से 2017 तक हुए थे निर्माण कार्य
वर्ष 2012 से 2017 के बीच सिडकुल की ओर से विभिन्न जनपदों में निर्माण कार्य कराए गए। नियमों को ताक पर रखकर उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम (यूपीआरएनएन) को ठेके दिए गए। यूपीआरएनएन का ऑडिट कराए जाने पर काफी अनियमितता और सरकारी धन के दुरुपयोग, वेतन निर्धारण व विभिन्न पदों पर भर्ती में गड़बड़ियां सामने आई। शासन ने संज्ञान लेते आइजी गढ़वाल जोन की अध्यक्षता में एसआइटी का गठन किया।
सिडकुल घोटाले की जांच रिपोर्ट समय पर ना देने पर इनसे मांगा गया स्पष्टीकरण
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