उपनल के जरिए संविदा पर कार्यरत कर्मियों का मानदेय बढ़ाने को एक बार फिर शासन में पत्रावली ने गति पकड़ ली है इस बार दो प्रस्ताव बनाकर वित्त विभाग को भेजे गए हैं एक प्रस्ताव में अर्ध कुशल अकुशल कार्मिकों के मानदेय में प्रतिदिन ₹50 बढ़ोतरी का प्रस्ताव है तो दूसरे प्रस्ताव में उपनल के जरिए तैनात होने वाले सभी संविदा कर्मी को का वेतन बढ़ाना प्रस्तावित किया गया है अभी से वित्त विभाग के अनुमोदन का इंतजार है प्रदेश में इस समय 20 हजार से अधिक उपनल के जरिए संविदा पर कार्यरत कार्मिक विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं उपनल कार्मिकों को चार श्रेणियों में विभाजित किया गया है इसके तहत अकुशल अर्ध कुशल, कुशल और उच्च कुशल श्रेणी शामिल है इन्हीं श्रेणी के हिसाब से मानदेय दिया जाता है
बीते वर्ष गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री ने अपनी आईडी और उपनल कर्मियों का मानदेय बढ़ाने की घोषणा की थी इस घोषणा में न्यूनतम मानदेय ₹500 प्रतिदिन करने की बात कही गई थी इससे शुरुआत में थोड़ी गफलत की स्थिति बनी कारण यह है कि उपनल कर्मियों को प्रतिदिन नहीं बल्कि मासिक कार्य के हिसाब से मानदेय दिया जाता है ऐसे में शासन ने इनका वेतन न्यूनतम 15000 करते हुए इनकी श्रेणियों के हिसाब से वेतन प्रस्तावित किया है इसके अनुसार उस में अकुशल को मासिक 15000 अर्ध कुशल को मासिक ₹18000 देने की सिफारिश की गई है
