पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की। देर रात तक चली इस बैठक में चुनाव संबंधी समितियों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं संयोजकों को बुलाया गया था। जिसमें भावी रणनीति बनाने के साथ अब तक की तैयारियों की समीक्षा की गई। कांग्रेस मुख्यालय भवन के बंद कमरे में घंटों चली इस बैठक में घोषणा पत्र समिति के संयोजक सूर्यकांत धस्माना ने घोषणा पत्र कमेटी की अभी तक की प्रगति से अवगत कराते हुए घोषणा पत्र में शामिल होने वाले बिंदुओं के बारे में जानकारी दी। तय किया गया कि 10 जनवरी तक पार्टी का घोषणा पत्र तैयार कर लिया जाएगा। प्रशिक्षण कमेटी की ओर से अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए बताया गया कि 66 विधानसभा क्षेत्रों में बूथ स्तर पर 17 हजार कार्यकर्ताओं को अभी तक प्रशिक्षित किया गया है।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए हरीश रावत ने सभी समितियों को निर्देशित किया कि चुनाव की आचार संहिता से पूर्व पार्टी को हर स्तर पर तैयारी करनी होगी। इस दौरान समितियों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं संयोजकों ने भी विचार रखे। बैठक में चुनाव प्रचार समिति के उपाध्यक्ष राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, संयोजक दिनेश अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, समन्वय समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व अध्यक्ष यशपाल आर्य, घोषणा पत्र समिति के संयोजक एवं प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रकाश जोशी, उपाध्यक्ष राजेंद्र भंडारी, संयोजक जयेंद्र रमोला, पब्लिसिटी कमेटी के अध्यक्ष सुमित हृदयेश, उपाध्यक्ष सरोजनी कैंतुरा, आउटरीच कमेटी के अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप, उपाध्यक्ष डॉ. प्रदीप जोशी, प्रशिक्षण कमेटी के उपाध्यक्ष राजपाल बिष्ट, संयोजक इंदु मान, मीडिया कमेटी के चेयरमैन राजीव महर्षि, प्रदेश महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी उपस्थित थे।
पदाधिकारियों की थपथपाई पीठ, गिनाए मुद्दे –
प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने बैठक में उपस्थित सभी समितियों के अध्यक्षों, उपाध्यक्षों और संयोजकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनकी पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि सभी कमेटियों ने अपने दायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन किया है। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी सभी का आभार व्यक्त करती है। उन्होंने कहा कि बैठक में सभी समितियों के सुझावों पर पार्टी अमल करेगी, जिससे पार्टी को विधानसभा चुनाव में इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार में भ्रष्टाचार, महंगाई व बेरोजगारी कांग्रेस का मुख्य चुनावी मुद्दा होगा।