उत्तराखंड

हरिद्वार: सोमवती अमावस्या पर्व पर लाखो श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

सोमवती अमावस्या का स्नान पर्व है यानी सोमवार को अमावस्या ,वैसे तो सभी अमावस्या के महत्व है मगर सोमवती अमावस्या व्यक्ति के लिए पुण्यदायी और जीवनदायी है और इस पर्व पर हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीङ उमड़ी है श्रद्धालु गंगा में आस्था की ङुबकी लगा कर पुण्य और मोक्ष की कामना कर रहें हैं। गंगा स्नान करने के लिए यहां पर दूर दूर से श्रद्धालु आये है । सोमवती अमावस्या के स्नान पर्व का विशेष महत्व माना जाता है ।मान्यता है कि इस अवसर पर माँ गंगा में स्नान करने से सभी कष्ट दूर होते है मनोकामनाए पूरी होती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है और इस अवसर पर पितरों के निमित पूजा करने से जीवन मे सुख और शांति आती है , आज वट सावित्री का व्रत भी है और महिलाएं वट वृक्ष की पूजा भी कर रही है, श्रद्धालुयों का सैलाब उमड़ने की उम्मीद के चलते पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए है और मेला क्षेत्र को 5 सुपर जोन , 16 जोन और 39 सेक्टर में बांट कर अधिकारियो और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

सोमवती अमावस्या यानि गंगा स्नान कर पुण्य कमाने का मौका,आज के दिन गंगा में स्नान करने के लिए गंगा तटों पर लगी है लोगो की भारी भीङ है। हरिद्वार में भी आज सुबह से ही गंगा स्नान करने के लिए हर की पौङी पर श्रद्धालुओं गंगा स्नान करने के लिए पहुचने लगे थे, पंडित मनोज

त्रिपाठी का कहना है कि वैसे तो सभी अमावस्या पर गंगा स्नान का महत्व है मगर सोमयुता अर्थात सोमवती अथवा भोमयुता अथार्त भौमवती अमावस्या विशेष पुण्यदायी होती है ,आप इसके पुण्य का इसी बात से प्रभाव लगा सकते है कि इस सोमवती अमावस्या की प्रतीक्षा में स्वयं भीष्म पितामह नद अपनी शरशैया पर पड़े रहते इंतजार किया था सोमवती अमावस्या के आने का ,सोमयुता अर्थात अछून्नं कर देने वाली अमावस्या आज के दिन है मात्र जलस्नान करना व्यक्ति को अश्व मेघ यज्ञ के समान फल दे देता है और आज के दिन अपने पितरों के प्रति तर्पण श्राद्ध आदि करना पीपल के वृक्ष की पूजा करना उसमें अपने पितरों की कामना करते हुए किसी भी प्रकार से 108 परिक्रमा कर ले तो यह निश्चित समझिए कि व्यक्ति की कितनी भी कठिनाईपूर्ण जीवन हो वह सुधर जाता है और व्यक्ति की मनोकामना इच्छित कामना पूर्ण हो जाती है ,गंगा आदि पवित्र नदियों में हरिद्वार आदि तीर्थो में आज के दिन स्नान का अत्यधिक महत्व है आज ब्रह्मकुंड हर की पैड़ी स्नान करके व्यक्ति अपने जीवन को कल्पकल्पान्तर तक के पाप नष्ट करके व्यक्ति मोक्ष को प्राप्त कर लेता है ,आज जो दान करेंगे जो पुण्य करेंगे वो अक्षय है सोमवती अमावस्या व्यक्ति की पुण्यदायी और जीवनदायी है।

तो स्नान पर्वों पर हमेशा ही लोगो की भीङ हरिद्वार गंगा स्नान के लिए पहुंचती हैं। मगर आज सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान करने का मौका कोई नही छोङना चाहता है । हर की पौङी पर भीङ का आलम यह है कि पैर रखने की भी जगह नही है। हर की पैड़ी पहुचे श्रद्धालुओ का कहना है कि सोमवती अमावस्या के दिन गंगा स्नान करने से परिवार में सुख सृमृद्धि तो आती है ,सभी मनोकामना पूरी होती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है साथी ही पितरों की आत्मा भी तृप्त होती हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है।

Sp सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि सोमवती अमावस्या पर रात 12 बजे के बाद से ही स्थान शुरू हो गया था, ब्रह्ममुहूर्त में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान किया है , चूंकि चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में पहुंचे हैं तो उम्मीद थी कि सोमवती अमावस्या पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे उसी को देखते हुए सुरक्षा बल तैनात किया गया है और उसी के हिसाब से फोर्स भी मिला है , मेला क्षेत्र को 5 सुपर जोन ,16 और 39 सेक्टर में बांटकर अधिकारियों और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया हैं।

सोमवती अमावस्या पर भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये है और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर यातायात व्यवस्था को सुचारू ढंग से चलाने के लिए ट्रैफिक प्लान को भी लागू किया गया है।

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Author: Shubham Negi
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