नॉर्वे ने इटली को 4-1 से हराकर रचा नया इतिहास
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में रोमांच और बड़ा उलटफेर देखने को मिला। यूरोप से लेकर अफ्रीका तक कई महत्वपूर्ण मुकाबलों ने विश्व कप क्वालिफिकेशन की तस्वीर बदल दी। नॉर्वे ने इटली को 4-1 से हराकर 28 साल बाद विश्व कप में प्रवेश कर लिया, जबकि अफ्रीका में कांगो रिपब्लिक ने नाइजीरिया को पेनल्टी शूटआउट में मात देकर इतिहास रच दिया।
हालंद की धमाकेदार फॉर्म, नॉर्वे की ऐतिहासिक वापसी
मिलान के प्रतिष्ठित मैदान में खेले गए निर्णायक मुकाबले में नॉर्वे ने किसी भी दबाव को अपने खेल पर हावी नहीं होने दिया। दो मिनट के अंतराल में एर्लिंग हालंद के लगातार दो गोलों ने मैच का रूख ही बदल दिया। नॉर्वे ने ग्रुप में सभी मुकाबले जीतकर 24 अंक हासिल किए और 1998 के बाद पहली बार विश्व कप का टिकट पा लिया। दिलचस्प बात यह है कि 1998 में जब नॉर्वे ने विश्व कप खेला था, तब हालंद के पिता टीम का हिस्सा थे।
नॉर्वेजियन कोच स्टेल सोलबेक्कन ने जीत के बाद कहा— “हमने सिर्फ क्वालिफाई नहीं किया, बल्कि टीम ने ऐसा खेल दिखाया है जिस पर पूरा देश गर्व कर सकता है।”
इटली फिर संकट में, तीसरी बार वर्ल्ड कप से बाहर होने का खतरा
सात मिनट में बढ़त लेने वाली इटली शुरुआती सफलता को लंबा नहीं खींच पाई। नुसा के बराबरी वाले गोल के बाद इटली की डिफेंस बिखरती चली गई और अंततः इंजरी टाइम में नॉर्वे ने चौथा गोल भी ठोक दिया। इटली पिछली दो बार (2018 और 2022) विश्व कप से बाहर रहा था और अब तीसरी बार भी बाहर होने का खतरा बढ़ गया है। टीम अब प्ले-ऑफ के जरिए मौका तलाशेगी।
कोच गेन्नारो गट्टूसो ने निराशा जताते हुए कहा— “टीम को खुद को मानसिक और रणनीतिक रूप से फिर से तैयार करना होगा। अगला मैच बहुत दूर है, यह चुनौती आसान नहीं होगी।”
कांगो का चमत्कार, नाइजीरिया की उम्मीदें टूटीं
अफ्रीका में हुए सबसे नाटकीय मुकाबले में कांगो रिपब्लिक ने नाइजीरिया को 4-3 से पेनल्टी में हराकर बड़ा उलटफेर किया।
निर्धारित समय तक स्कोर 1-1 रहा, लेकिन एक्स्ट्रा टाइम के बाद भी फैसला नहीं हो सका। बारिश से बाधित इस मैच में कांगो के कप्तान शांसल मबेंबा ने जबरदस्त प्रदर्शन किया।
सबसे बड़ा मोड़ तब आया जब कांगो ने आखिरी मिनट में अपना दूसरा गोलकीपर उतारा— और उन्होंने आते ही दो पेनल्टी बचाकर मैच का हीरो बन गए।
कांगो 1974 (तब देश का नाम ‘जैरे’) के बाद पहली बार विश्व कप के इतने करीब पहुंचा है।
नाइजीरिया की मजबूत शुरुआत भी काम न आई
तीसरे ही मिनट में गोल कर बढ़त लेने वाली नाइजीरियाई टीम ओसिमेन के चोटिल होकर बाहर होने के बाद लड़खड़ा गई।
उसके बाद अटैक कमजोर होता गया और पेनल्टी शूटआउट में दबाव के आगे टीम टिक नहीं पाई। अब कांगो अगले चरण में दो स्थानों के लिए छह टीमों के बीच होने वाली टक्कर में खेलेगा।
फीफा विश्व कप 2026—अब तक क्वालिफाई करने वाली टीमें
अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में होने वाले 2026 विश्व कप में पहली बार 48 टीमें हिस्सा लेंगी। अब तक कुल 32 टीमें क्वालिफाई कर चुकी हैं:
मेज़बान
कनाडा, मेक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका
एशिया
ऑस्ट्रेलिया, ईरान, जापान, जॉर्डन, कतर, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, उज्बेकिस्तान
अफ्रीका
अल्जीरिया, केप वर्ड, मिस्र, घाना, आइवरी कोस्ट, मोरक्को, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका, ट्यूनीशिया
यूरोप
क्रोएशिया, इंग्लैंड, फ्रांस, नॉर्वे, पुर्तगाल
दक्षिण अमेरिका
अर्जेंटीना, ब्राजील, कोलंबिया, इक्वाडोर, पराग्वे, उरुग्वे
ओशिनिया
न्यूजीलैंड




