हल्द्वानी हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक की ईडी की जांच होगी। सरकार के निर्देश पर डीजीपी की ओर से ईडी को इस संबंध में पत्राचार किया गया है। अब्दुल मलिक की संपत्तियां कई राज्यों में हैं और वह कई ऐसे लेनदेन भी करता था जिनकी जांच राज्य सरकार करानी चाहती है। हल्द्वानी हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक की ईडी की जांच होगी। सरकार के निर्देश पर डीजीपी की ओर से ईडी को इस संबंध में पत्राचार किया गया है। वनभूलपुरा के अब्दुल मलिक पुत्र अब्दुल रज्जाक द्वारा हल्द्वानी में फर्जी संस्था के संचालन, संस्था में भारी पैसों का लेनदेन, झूठे स्टांप से जमीनों का क्रय विक्रय, अवैध निर्माण, सरकारी भूमि पर कब्जा करने के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय से जांच करने को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने डीजीपी को निर्देशित किया है।
इस प्रकरण में अब्दुल मलिक द्वारा बाहरी प्रदेशों और संस्थानों में पैसों का लेनदेन करने और उत्तराखंड के बाहर अन्य प्रदेशों में भी बेनामी संपत्ति होने का मामला प्रकाश में आया है। डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया कि सरकार के निर्देश पर अब्दुल मलिक के प्रकरण ने ईडी से जांच कराने के लिए पत्र लिखा जा चुका है। सफेदपोशों के साथ उठना-बैठना हो या फिर दूसरे राज्यों में ठेके लेकर काम करना, अब्दुल मलिक के मामले में पहले ही तथ्य सामने आ चुके हैं। ऐसे में ईडी की जांच बड़े खुलासे कर सकती है। अनुमान है कि ईडी की जांच में मलिक से जुड़े कई ऐसे नाम भी सामने आ सकते हैं, जो फर्जीवाड़े में शामिल हों। इसके साथ ही उन लोगों पर भी तलवार लटक गई है, जिन्होंने मलिक की वनभूलपुरा हिंसा भड़कने के बाद हल्द्वानी से भागने और कई दिनों तक छिपे रहने में मदद की थी। बता दें कि हिंसा के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए उत्तराखंड से लेकर दिल्ली, यूपी, हरियाणा समेत कई राज्यों की दौड़ लगाई थी।