कांग्रेस ने अपने सभी 70 के 70 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है तो इस लिस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और उनकी पुत्री अनुपमा रावत दोनों का नाम शामिल है, और इसी को लेकर जब देवेंद्र यादव से सवाल किया गया कि पार्टी लगातार कह रही थी कि परिवारवाद इस बार टिकट बंटवारे में नहीं चलेगा तो अंतिम में हरीश रावत और उनकी बेटी दोनों को पार्टी ने एक ऐसे टिकट दे दिया जबकि हरक सिंह रावत को टिकट नहीं दिया गया इसके जवाब में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि हमने टिकट योग्यता के आधार पर दिया है और यहां पर हरीश रावत और उनकी पुत्री दोनों ही योग्य कैंडिडेट हैं।
हमारी हमेशा से कोशिश रही है कि जो हकदार है उसे टिकट मिलना चाहिए
और हरीश रावत और उनकी पुत्री ने अपनी ताकत अपनी काबिलियत को सामने रखा है.
वहीं उन्होंने हरक सिंह रावत को लेकर कहा कि शुरू से ही यह तय था कि हरक सिंह रावत एक पार्टी को बदलकर हमारे यहां आए हैं और उनकी एक इच्छा थी कि पूरे प्रदेश में अपनी यूटिलिटी रखना चाहते हैं. लिहाजा हमने अनुकृति जो कि एक युवा कैंडिडेट है पढ़ी लिखी है और मैं समझता हूं कि आने वाले हमारे फ्यूचर में एक अच्छे नेतृत्व को उभर कर आएंगे इसलिए उन्हें टिकट दिया गया. हरक सिंह पहले ही कह चुके थे कि वो एक टिकट चाहते थे तो हमने एक को दिया.