देश में लगातार कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कुछ राज्यों में इसका असर भी दिखने लगा है ऐसे में उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने भी इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी है स्वास्थ्य महानिदेशक तृप्ति बहुगुणा ने कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमण और स्थितियों की तैयारियों की समीक्षा की इस दौरान अधिकारियों द्वारा उन्हें एक आकलन रिपोर्ट सौंपी गई जिसके तहत राज्य में 0 से 18 साल तक के प्रदेश भर में 38 लाख के करीब बच्चे हैं लेकिन अधिकारियों के अनुसार तीसरी लहर में भी बच्चों मैं से मात्र 5% बच्चों को ही अस्पताल में संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती की नौबत आएगी जबकि केवल 3% बच्चों को ही ऑक्सीजन बेड की जरूरत होगी जबकि 2% बच्चों को ही आईसीयू की जरूरत पड सकती ऐसे में विभाग अनुमान लगा रहा है कि राज्य में मात्र 10% बच्चों को ही अस्पताल ले जाने की नौबत आएगी और उसमें भी 5% गंभीर संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं वहीं स्वास्थ्य विभाग ने इस बात के भी पूरे निर्देश दे दिए हैं की 80% एंबुलेंस बच्चों के लिए रिजर्व की जाएगी एनएचएम की निदेशक सरोज नैथानी ने कहां की राज्य में कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर कई कदम उठाए गए हैं प्राइवेट अस्पतालों को एंटीजन जांच की जावे दे दी गई है छोटे बच्चों के इलाज वाले अस्पतालों को चिन्हित किया जा रहा है 108 आपातकालीन सेवा की 20% जबकि लाइफ सपोर्ट सिस्टम वाली 80% एंबुलेंस छोटे बच्चों के लिए आरक्षित करने का फैसला लिया गया है
बिग ब्रेकिंग:- कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारी , 10 प्रतिशत बच्चों के प्रभावित होने की जता रहा विभाग संभावना
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