मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अब गांव-गांव जाकर सरकार के विकास कार्यों का फीडबैक लेंगे और हो सका तो गांवों में रात भी गुजारेंगे। रविवार को रिंग रोड स्थित आयुष अस्पताल और वेलनेस सेंटर के लोकार्पण समारोह में सीएम ने यह ऐलान किया।
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सरकार की ओर से अफसरों को भी कहा गया है कि वे गांवों का दौरा करें और धरातल पर पहुंचकर देखें कि वहां क्या हाल है। कुछ समय भाजपा के पूर्व संगठन पदाधिकारियों को भी कहा गया था कि वे कार्यकर्ताओं के घरों तक पहुंचे और गांवों की सुध भी लें। अब सीएम ने इस जिम्मेदारी में खुद को भी शामिल कर लिया है।
इससे पहले लोकार्पण समारोह में सीएम ने कहा कि वेलनेस संपूर्ण स्वास्थ्य है। कोरोना के कारण मैदानी क्षेत्रों में लोगों को आक्सीजन की जरूरत पड़ी लेकिन पहाड़ों में आक्सीजन की डिमांड बहुत ही कम रही। कई जगह तो वेंटीलेटर का उपयोग तक नहीं किया गया। यह प्रदेश के वेलनेस की ओर इशारा करता है। प्रदेश सरकार इस सेक्टर के महत्व को समझते हुए आगे की योजना भी बना रही है।
वेलनेस सेंटर से जुड़े और भारतीय चिकित्सा परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. जेएन नौटियाल ने कहा कि वेलनेस की प्रदेश में इतनी मांग है कि यह अकेला सेक्टर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुधार सकता है। विदेशों में भी इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है। उद्योग निदेशक सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।