देहरादून विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्ती के मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मंशा के अनुरूप ही विधानसभा अध्यक्ष ने जांच समिति की प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लेते हुए 250 नियुक्तियां रद्द कर दी हैं इसमें वर्ष 2016 में हुई 150 नियुक्तियां वर्ष 2020 में हुई 6 नियुक्तियां 2021 में हुई 72 नियुक्तियां और 2021 में उपनल के माध्यम से हुई 22 नियुक्तियां शामिल है।
विधानसभा में 2016 से 2022 तक कि तदर्थ नियुक्ति निरस्त की गई हैं। पिछले साल हुई 32 पदों की भर्तियों को निरस्त कर दिया गया है। आरएमएस टेक्नो सोलुशन कंपनी को दिए गए 56 लाख के भुगतान पर सचिव की भूमिका संदिग्ध है। 2021 के ही उपनल से भर्ती 22 नियुक्ति रद्द कर दी गई हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने जो नियुक्तियां निरस्त की हैं, उनमें 228 तदर्थ हैं और 22 उपनल के माध्यम से। कुल मिलाकर 250 हैं। विधान सभा अध्यक्ष ने सचिव मुकेश सिंघल को सस्पेंड कर दिया है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने भाजपा सरकार की पारदर्शिता नीति पर काम करते हुए नियुक्तिां रद्द करने का निर्णय लिया है। निर्णय काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि आगे होने वाली भर्तियां पारदर्शी और व्यवस्थित तरीके से हों, इसके लिए पूरा खाका तैयार किया जाएगा। आगे सभी भर्तियां नियम और नियमावली के तहत होंगी।
