दिवाली के दिन से सुरंग में फंसे मजदूरों की जंग जारी है. बाहर निकाले जाने की प्रतिक्षा कर रहे मजदरों का इंतजार लंबा होता जा रहा है. मजदूरों के परिजन बेटे की सलामती की दुआ कर रहे हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड सरकार की तरफ से परिजनों को हर मुमकिन मदद करने का ऐलान किया है. रविवार को धामी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ सिलक्यारा में बचाव अभियान का निरीक्षण करने पहुंचे थे. उन्होंने सुरंग में फंसे मजदूरों के परिजनों से भेंट कर हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया.
मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार एक अधिकारी की तैनाती करने जा रही है. अधिकारी दूसरे राज्यों के अधिकारियों से संपर्क और समन्वय बनाने का काम करेंगे. मजदूरों के परिजनों को भी अपडेट मिलने में आसानी होगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने परिजनों के आवागमन, प्रवास और जरूरी देखभाल का इंतजाम किया है. बेटों का हालचाल जानने के लिए उत्तरकाशी आने वाले परिजनों को कठिनाई नहीं होनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने बताया कि सुरंग में फंसे मजदूरों का मनोबल बनाए रखने के लिए मनोचिकित्सक से काउंसलिंग की व्यवस्था की जा रही है.
अधिकारियों को परिजनों का मनोबल बनाए रखने के लिए भी मनोचिकित्सक से काउंसलिंग कराने की हिदायत दी गई है. उन्होंने कहा कि श्रमिकों के परिजनों का आवागमन, भोजन, आवास और मोबाइल रिचार्ज का खर्च उत्तराखंड सरकार उठाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा, “आपदा की घड़ी में सभी को मजदूरों और परिजनों का हौसला बनाए रखना है.” धामी ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता सुरंग में फंसे मजदूरों को सकुशल बाहर निकालने की है. रेस्क्यू ऑपरेशन की समीक्षा प्रधानमंत्री कार्यालय से की जा रही है.
