हरिद्वार में बहुजन समाज पार्टी की ओर से खानपुर विधायक उमेश शर्मा की पत्नी सोनिया शर्मा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निष्कासित कर दिया गया है। पार्टी के जिलाध्यक्ष अनिल चौधरी की ओर से उनके निष्कासन का पत्र जारी किया गया है। उमेश शर्मा खानपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक हैं, लेकिन विधायक की पत्नी ने बसपा की सदस्यता ग्रहण की थी। पार्टी की ओर से उन्हें प्रदेश महासचिव और हरिद्वार लोस क्षेत्र का प्रभारी नियुक्त किया गया था। जिससे माना जा रहा था कि वह आने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी से प्रत्याशी भी होंगी। क्योंकि अक्सर प्रभारी को बसपा में विधानसभा और लोकसभा चुनाव का प्रत्याशी माना जाता है। इसी वजह से वह पार्टी के कार्यक्रमों से लेकर राजनीति क्षेत्र में काफी सक्रिय भी हो गई थीं। उनकी ओर से लोकसभा चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी गई थी, लेकिन इससे पहले ही पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बसपा जिलाध्यक्ष अनिल चौधरी ने बताया कि पार्टी हाईकमान के निर्देश पर उन्हें पार्टी से बाहर किया गया है। उनकी ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि सोनिया शर्मा की ओर से पार्टी में अनुशासनहीनता अपनाई जा रही थी। साथ ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में भी वह संलिप्त पाई जा रही थीं। यह रिपोर्ट मिलने पर विभिन्न सूत्रों से छानबीन कराने पर इसकी पुष्टि हुई थी। कहा है कि इनको पार्टी में अनुशासनहीनता अपनाने और पार्टी विरोधी गतिविधियों के बारे में कई बार चेतावनी भी दी जा चुकी थी, लेकिन इसके बावजूद भी इनकी कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आया। जिससे उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। वही वीडियो जारी करते हुए सोनिया शर्मा ने साफ कह डाला की कैसे एक जिलाध्यक्ष प्रदेश महासचिव क़ो निष्काषित कर सकता है उनके अनुसार जिस अनुशासनहीनता की बातें जिलाध्यक्ष कर रहे हैं और मुझ पर आरोप लगा रहे हैं जबकि अनुशासनहीनता पार्टी पदाधिकारी कर रहे थे उनके अनुसार बसपा में प्रदेश स्तर पर चल रही गुटबाज़ी के चलते मैं पार्टी के सभी दायित्व से इस्तीफ़ा दे चुकी हूँ।।