उत्तराखंड में पुलिस विभाग की भर्ती से बेरोजगारों को खासी उम्मीद है लेकिन हालात हैं दिन-ब-दिन मामला लेट होता जा रहा है जिससे बेरोजगार मायूस होते दिखाई दे रहे हैं अगर जल्द भर्ती ना हुई तो बेरोजगारों की आशाएं आचारसंहिता की भेंट चढ़ जाएगीपुलिस विभाग 7 साल बाद उत्तराखंड में अगस्त के महीने में कॉन्स्टेबल के रिक्त चल रहे करीब 2500 पदों को भरने के लिए सीधी भर्ती की योजना बना रहा है लेकिन अब तक रैंकर्स भर्ती का परिणाम जारी नहीं होने से सीधी भर्ती पर संकट के बादल मंडराने लगे हैंऐसे में लंबे समय तक भर्ती की तैयारी में जुटे युवा भी मायूस नजर आ रहे हैं विभाग में 2015-16 के बाद अब जाकर 2021 में रैंकर्स भर्ती की प्रक्रिया शुरू की लेकिन करीब 6 माह बीत जाने के बाद भी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग इसका परिणाम घोषित नहीं कर पाया हैरैंकर्स प्रमोशन परीक्षा परिणाम में हो रही देरी की दो प्रमुख वजह बताई जा रहे हैं पहली वजह यह है कि मुख्यालय स्तर पर गठित चार कमेटी में से एक कमेटी अब तक हेड कॉन्स्टेबल पदों पर मिलने वाली विभागीय सेवा एनुअल कैरेक्टर रिपोर्ट और शारीरिक दक्षता की रिपोर्ट के सत्यापन कर आयोग को नहीं भेज पाई हैवही आयोग ने पुलिस मुख्यालय से जानकारी मांगी है कि यदि कोई परीक्षार्थी हेड कांस्टेबल पर सब स्पेक्टर दोनों पदों के लिए उत्तरीय होता है तो उसे कौन सा पद दिया जाए पुलिस अधिकारियों की माने तो पुलिस नियमावली में इस तरह के विषय पर कोई अलग प्रावधान नहीं है ऐसे में दोनों पदों पर उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थी से पुलिस विभाग शपथ पत्र मांग सकता है जिसमें इस बात का जिक्र हुआ कि वह अपनी मर्जी से पद को स्वीकार कर रहा है
अब बता दें पुलिस विभाग रैंकर्स भर्ती प्रक्रिया इसी साल फरवरी में शुरू की थी विभाग ने लिखित परीक्षा की जिम्मेदारी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को दी थी 21 फरवरी को कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी इसमें 10500 व्यक्तियों ने हिस्सा लिया मार्च में परीक्षा परिणाम घोषित किए गए जिसमें मेरिट के आधार पर 1350 अभ्यर्थियों ने हेड कांस्टेबल के लिए 650 परीक्षा पास की मेरिट में आने वाले अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा अप्रैल के अंतिम सप्ताह में हुई इसके बाद पुलिस मुख्यालय स्तर पर चार कमेटी गठित की गई इनको रैंकर परीक्षा में पास होने वाले परीक्षार्थियों पुलिसकर्मियों की acr का अवलोकन करना था।
