आखिरकार वही हुआ है जिसकी उम्मीद थी कांग्रेस के अलग-अलग गुटों में वार शुरू हो गया है प्रीतम सिंह द्वारा बनाए गए पौड़ी जिले के ब्लाक प्रमुखों पर कार्यवाही कर दी गई है और उन्हें हटाकर पूर्व के ब्लॉक प्रमुखों को मौका दिया गया है कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आज आदेश जारी करते हुए कहां कि उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा दिनांक 20 जुलाई, 2021 को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद की घोषणा के उपरान्त विभिन्न ब्लाक कांग्रेस
कमेटी के अध्यक्ष पदों पर की गई नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से निरस्त करते हुए पूर्व में नियुक्त ब्लाक अध्यक्षगणों को यथावत रखने का निर्णय लिया गया है।इसी क्रम में प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा संगठनात्मक जिला इकाई कोटद्वार की ब्लाक कांग्रेस कमेटी दुगड्डा, ब्लाक कांग्रेस कमेटी द्वारीखाल एवं ब्लाक कांग्रेस कमेटी यमकेश्वर की संगठनात्मक इकाई की समीक्षा हेतु पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके तहत दुगड्डा ब्लाक में पूर्व प्रमुख पोखडा श्री सुरेन्द्र सिंह रावत, द्वारीखाल ब्लाक में पूर्व दर्जा राज्यमंत्री जसवीर राणा एवं यमकेश्वर ब्लाक में वरिष्ठ नेता धीरेन्द्र सिंह नेगी को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा सभी पर्यवेक्षकगणों से अपेक्षा की गई है कि पार्टी के स्थानीय वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से आपसी विचार-विमर्श के उपरान्त संगठनात्मक समीक्षा की गोपनीय आख्या एक सप्ताह के अन्दर प्रदेश कार्यालय को उपलब्ध कराने का कष्ट करेंगे।हालांकि गणेश गोदियाल के इस बयान पर कि उन्हें पार्टी आलाकमान ने 20 जुलाई को ही प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे दी थी इस पर सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि घोषणा 22 तारीख की शाम को हुई एआईसीसी द्वारा जारी किए गए आदेश में भी गणेश गोदियाल के नाम की घोषणा 22 जुलाई की ही दिखाई गई है ऐसे में 20 तारीख की गणेश गोदियाल की घोषणा कब हुई कहां हुई यह कोई नहीं जानता क्या पार्टी ने बिना किसी को बताए हुए 2 दिन पहले ही गणेश गोदियाल को अध्यक्ष बना दिया था हालांकि सवाल प्रीतम सिंह द्वारा अंतिम समय में कार्यकर्ताओं को पद देने पर भी उठ रहे थे ऐसे में लगता है अब उन तमाम नेताओं जिन्हें पद दिए गए थे उनसे पद वापस लिए जाने शुरू हो गए हैं