उत्तराखंड के चुनावी समर में मुद्दों की सियासत के बीच कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र जारी कर अपनी चाल चल दी है। अब बाकी सियासी दलों की भाजपा पर नजर है। पहले भाजपा दो फरवरी को घोषणापत्र लेकर आने का एलान कर चुकी थी। अब उसने अपनी रणनीति में कुछ बदलाव किया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का दावा है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी मतदाताओं के बीच जो दृष्टिपत्र लेकर आई थी, प्रदेश सरकार उसके सभी वादे पूरे कर दिए हैं। उनके मुताबिक, जिस दिन पार्टी घोषणा पत्र लेकर आएगी, उस दिन वह अपने पिछले घोषणापत्र का रिपोर्ट कार्ड भी रखेगी।
कौशिक का कहना है कि एक-दो दिन में पार्टी का घोषणापत्र आ जाएगा। लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अभी यह तय नहीं हो पाया है कि किस दिन दृष्टिपत्र लाया जाएगा।
-सरकार बनते ही 100 दिन में खंडूड़ी सरकार में बने लोकायुक्त को बनाने का वादा पूरा नहीं हुआ। कांग्रेस ने 2022 के चुनाव घोषणा पत्र में लोकायुक्त बनाने का वादा शामिल किया है।
-सभी विभागों में खाली पदों व पदोन्नति से भरे जाने वाले पदों को छह महीने में नहीं भरे जा सके। पांचवें साल तक मशक्कत करती रही सरकार
– राष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम व मिनी स्टेडियम नहीं बनाए जा सके। जबकि राज्य में राष्ट्रीय खेल घोषित हो चुके थे।
-भ्रष्टाचार रोकने के लिए एंटी करप्शन प्रकोष्ठ का गठन नहीं हो सका
-गन्ना किसानों को 15 दिन में पूरा भुगतान नहीं दे सकी सरकार
-राज्य आंदोलनकारियों के योगदान को चिर स्मरणीय बनाने के लिए एक वृहद म्यूजियमन भी नहीं बना
