चुनाव जैसे जैसे पास आ रहे हैं वैसे वैसे हरीश रावत के बीजेपी के खिलाफ व्यंग बाण और तेज होते जा रहे हैं ऐसे में धर्म स्थलों को लेकर बीजेपी पर हरीश रावत ने बड़ा निशाना साधा है उनके अनुसार भाजपा का धर्म स्थलों के प्रति झुकाव कितना नकली है, इसका उदाहरण देवप्रयाग के गंगा क्षेत्र में हिलटॉप ब्रांड व्हिस्की, रम आदि फैक्ट्री को बनने की अनुमति देना है। हमने उत्तराखंड के अंदर कुछ फुट वाइन बनाने के लिये यूनिट लगाने की अनुमति दी। ऐसी एक अनुमति गंगा के प्रवाह क्षेत्र में भी दी गयी, उस क्षेत्र के विधायक जो राज्य सरकार के मंत्री भी थे उन्होंने कहा न, इससे शराब जैसा आभास जाता है, हमारे क्षेत्र में शराब जैसी कोई चीज बननी ही नहीं चाहिए। मैंने उनसे कहा ये फ्रूट का जूस है और ये शराब नहीं, किसी भी तरीके से अल्कोहलिक ड्रिंक नहीं है और हिमाचल के अंदर एक कुटीर उद्योग के तौर पर हिमाचल ने इसको बढ़ावा दिया है, अपनी बागवानी को परवान चढ़ाने के लिए। मगर वो माने नहीं, उनका नाम श्री मंत्री प्रसाद नैथानी है।
राज्य सरकार को अनन्तोगत्वा उनका आग्रह मानना ही पड़ा और हमने उस कंपनी की अनुमति को निरस्त कर दिया। सत्ता परिवर्तन हुआ, भाजपा सत्ता में आई उन्होंने न केवल उस अनुमति को पुनर्जीवित किया बल्कि वहां व्हिस्की और रम बनाने की अनुमति दे दी।
इसीलिये मैं कहता हूंँ “तीन तिगड़ा, काम बिगाड़ा, अब उत्तराखंड में नहीं आएगी भाजपा दोबारा,