बागेश्वर उपचुनाव के लिए मंगलवार को हुए मतदान में 56 प्रतिशत मतदाताओं ने पांच प्रत्याशियों का भाग्य लिख दिया। मतगणना 8 सितम्बर को होगी। धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे चंदन रामदास के निधन के बाद रिक्त हुई बागेश्वर आरक्षित विधानसभा सीट पर महिलाओं की उत्साहवर्धक भागीदारी देखने को मिली। जिलाधिकारी बागेश्वर अनुराधा पाल ने बताया, “पूरे जनपद में शांतिपूर्ण मतदान हुआ। 1 लाख 18 हजार मतदाताओं में से 56.88% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मतदान में महिलाओं की संख्या 63.88 प्रतिशत रही जबकि पुरुष मतदाताओं का प्रतिशत मात्रा 47.27 रहा। इस उपचुनाव में मुख्य मुकाबला पार्वती देवी व कांग्रेस के बसंत कुमार के बीच माना जा रहा है। हालांकि, कुल पांच प्रत्याशी मैदान में है। बागेश्वर उपचुनाव में हिंसा की छिटपुट घटनाएँ भी सामने आईं। चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के महेंद्र भट्ट ने केंद्रीय आब्जर्वर पर कांग्रेस से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से शिकायत भी की थी। प्रदेश भाजपाध्यक्ष के पत्र के बाद कांग्रेस ने भी पलटवार किया था। इस पत्र के निहितार्थ को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी बहस छिड़ गई थी।
